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Aacharya Chankya |
सफल वैवाहिक जीवन के लिए जरूरी है कि पति-पत्नी के आपसी तालमेल अच्छा रहे। यदि तालमेल बिगड़ता है तो उनका जीवन भी अस्त-व्यस्त हो जाता है। सफल वैवाहिक जीवन के संबंध में आचार्य चाणक्य ने पतियों को सलाह दी है कि-
अर्थनाशं मनस्तापं गृहिणीचरितानि च।
नीचवाक्यं चाऽपमानं मतिमान्न प्रकाशयेत्।।
अर्थात् कुछ बातों को गुप्त रखना चाहिए जैसे हमारे धन का नाश, हमारा दुख, पत्नी का चरित्र, नीच या बुरे स्वभाव वाले व्यक्ति द्वारा कही हुई बातें, स्वयं का अपमान।
आचार्य चाणक्य कहते है कि यदि हमें आर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है तो ये बात किसी को बताना नहीं चाहिए अन्यथा लोग धन संबंधी सहायता नहीं करेंगे। इसी प्रकार कोई दुख हो तो उसे भी किसी पर जाहिर नहीं करना चाहिए। सबसे जरूरी बात किसी भी स्थिति में व्यक्ति को अपनी पत्नी का स्वभाव, गोपनीय बातें, व्यवहार आदि नहीं बताना चाहिए। ऐसा करने पर बुरे स्वभाव वाले लोग किसी प्रकार का अनुचित लाभ उठा सकते हैं।
यदि जीवन में किसी नीच व्यक्ति द्वारा आपका अपमान किया गया है तो इसे भी गुप्त रखना चाहिए। क्योंकि ये बातें जाहिर होने से व्यक्ति समाज में हंसी का पात्र बन सकता है। बुद्धिमान या समझदार व्यक्ति को चाहिए वे इन सभी बातों को किसी पर जाहिर न करें। यहां तक कि किसी मित्र को भी इस प्रकार की बातें नहीं बताना चाहिए क्योंकि भविष्य यदि उस मित्र से किसी प्रकार का विरोध हुआ तो वह भी इन बातों का उपयोग आपको हानि पहुंचाने के लिए कर सकता है।
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