Friday, March 9, 2012

वैवाहिक जीवन में जरूरी हैं पति-पत्नी के बीच ये तीन बातें होना...

पति-पत्नी में छुटपुट झगड़े आम बात हैं, ये जरूरी भी होते हैं रिश्ते की ताजगी के लिए। लेकिन अक्सर छोटी-छोटी बातें बड़ा रूप ले लेती हैं और गृहस्थी नर्क लगने लगती है। वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी का आपसी तालमेल बहुत जरूरी होता है। ये ऐसे नहीं बनता, इसके लिए तीन चीजों की जरूरत होती है। पहला एक-दूसरे के प्रति सम्मान, दूसरा आपसी विश्वास और तीसरा एक दूसरे के प्रति निष्ठा। इन तीनों में से एक भी बात नदारद हो तो गृहस्थी बिखरने में देर नहीं लगेगी।

भावगत में राजा ययाति की कथा आती है। ययाति ने एक बार अपनी पत्नी का विश्वास तोड़ा और गृहस्थी, बिखर गई, ययाति को शाप झेलना पड़ा, माफी मांगनी पड़ी। ययाति बड़े प्रतापी राजा थे। उनका विवाह दैत्य गुरु शुक्राचार्य की बेटी देवयानी से हुआ था। एक शर्त के तहत दैत्यों की राजकुमारी शर्मिष्ठा उसके साथ दासी रूप में आई थी। शुक्राचार्य ने ययाति से वचन लिया था कि वो कभी देवयानी के अलावा किसी अन्य स्त्री से संबंध नहीं रखेगा। ययाति ने बात भी मान ली।

देवयानी गर्भवती हुई तो शर्मिष्ठा जो उसके महल के पीछे कुटिया में रहती थी, उसे ईष्र्या होने लगी। उसने ययाति को अपने रूप जाल में फांस लिया। ययाति भी शुक्राचार्य को दिया गया वचन भूल गए और शर्मिष्ठा से संबंध स्थापित हो गए। पति-पत्नी के बीच आपसी निष्ठा और विश्वास खत्म हो गया। एक दिन देवयानी को ये बात पता चल गई। वो ययाति को छोड़ शुक्राचार्य के पास आ गई। शुक्राचार्य ने ययाति के भ्रष्ट आचरण की बात सुन उसे शाप दे दिया कि वो युवा अवस्था में ही वृद्ध हो जाए।

ययाति ने अपने किए की क्षमा मांगी। बहुत गिड़गिड़ाए तो शुक्राचार्य ने उसे शाप से मुक्ति का तरीका बता दिया। फिर भी वैवाहिक जीवन का सुख, विश्वास और सम्मान ययाति ने अपनी पत्नी की नजर में खो दिया। ऐसा अक्सर कई गृहस्थियों में होता है। पति-पत्नी आपसी विश्वास कायम नहीं रख पाते।

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